निघासन खीरी। विकासखंड के गांव लोनियनपुरवा में बना आंगनबाड़ी केंद्र धूल फांक रहा है। केंद्र पर बच्चों का नामांकन होने के बाद भी न तो यहां आंगनबाड़ी कार्यकत्री आती है न ही यहां आज तक बच्चे देखें गए है। कुछ वर्ष पूर्व बना यह आंगनबाड़ी केंद्र इन दिनों सिर्फ अपनी दुर्दशा पर आंसू बहाने को मजबूर है।
भवन के अंदर पड़ा जानवरों का गोबर व दीवार पर लगे मकड़ी के जाले साफ तौर पर यह बयां करते है की यहां आज तक बच्चों की प्रारंभिक शिक्षा को लेकर जिम्मेदार कितने संजीदा है। ग्रामीणों का कहना है की कुछ वर्ष पूर्व जब आंगनबाड़ी का भवन बन कर तैयार हुआ तो हम लोगों को कुछ उम्मीद जागी थी की अब बच्चों की प्रारंभिक शिक्षा के साथ गर्भवती महिलाओं व किशोरियों को पुष्टाहार, दवाएं आदि समय से उपलब्ध कराई जाएगी।
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मगर लाखों रुपयों से बना यह भवन जब बन कर तैयार हुआ तब से लेकर आज तक यहां कोई भी जिम्मेदार अधिकारी ने सूध तक नही ली आलम यह है की इन दिनों ग्रामीण अपने पालतू जानवरों को आंगनबाड़ी केंद्र के भवन में बांधते है जिससे वहां गंदगी का अंबार लगा रहता है।
इस मामले में जब बाल विकास एवम पुष्टाहार विभाग की प्रभारी मायादेवी व डीपीओ भारत प्रसाद बात करनी चाही तो दोनों लोगों का फोन नहीं उठा।
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