लखनऊ। उत्तरप्रदेश शासन में प्रशासनिक सेवा के अनुभवी और सबसे वरिष्ठ आईएएस अधिकारी एसपी गोयल को यूपी का नया मुख्य सचिव नियुक्त किया गया है। 1989 बैच के आईएएस अफसर एसपी गोयल जनवरी 2027 तक इस अहम पद पर बने रह सकते हैं। सीएम योगी के भरोसेमंद अधिकारियों में शुमार एसपी गोयल को राज्य के प्रशासनिक तंत्र का दक्ष और रणनीतिक संचालक माना जाता है।

इन विभागों में रही अहम जिम्मेदारी
सीएम के अपर मुख्य सचिव के रूप में अपनी पिछली भूमिका में उन्होंने नागरिक उड्डयन, राज्य संपत्ति और प्रोटोकॉल विभाग जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाली। इसके अतिरिक्त, उन्हें अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त, अपर मुख्य सचिव (समन्वय विभाग), पिकप के अध्यक्ष, यूपीडा और उपशा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी और यूपीडास्प के निदेशक जैसे महत्वपूर्ण पद सौंपे गए हैं।
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इन जिलों में रहे जिलाधिकारी
गौरतलब है कि गोयल का प्रशासनिक अनुभव बेहद व्यापक रहा है। अपने करिअर की शुरुआत उन्होंने इटावा में असिस्टेंट मजिस्ट्रेट के रूप में की थी। इसके बाद वह मेरठ, अलीगढ़ और बहराइच के मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) रहे, वहीं मथुरा, इटावा, प्रयागराज और देवरिया जैसे जिलों के जिलाधिकारी के रूप में भी सेवा दे चुके हैं।

सपा सरकार में रही थी ये अहम जिम्मेदारी
पूर्ववर्ती सपा सरकार के दौरान भी एसपी गोयल ने योजना विभाग के सचिव और कार्यक्रम क्रियान्वयन विभाग के प्रमुख सचिव जैसे दायित्व निभाए थे। केंद्र सरकार में वह मानव संसाधन मंत्रालय में संयुक्त सचिव के रूप में भी कार्य कर चुके हैं। नए कार्यभार के तहत जहां गोयल के कंधों पर शासन की समग्र नीति और विकास कार्यक्रमों की निगरानी की बड़ी जिम्मेदारी होगी, वहीं नागरिक उड्डयन और राज्य संपत्ति विभाग अब प्रमुख सचिव गृह एवं सूचना संजय प्रसाद को सौंपे गए हैं। एसपी गोयल की नियुक्ति को प्रशासनिक स्थिरता और विकास के लिए एक अहम कदम माना जा रहा है। यह देखना दिलचस्प होगा कि वे अपने अनुभव और सूझबूझ से राज्य शासन को किस नई दिशा में ले जाते हैं।
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