लखीमपुर खीरी। निघासन क्षेत्र में बैंक लोन से जुड़ा गंभीर फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है, जिसमें एक बुजुर्ग किसान की भूमि के नाम पर बिना जानकारी के भारी-भरकम लोन स्वीकृत कर ठगी किए जाने का आरोप लगाया गया है। प्राथमिक जांच में बैंक कर्मियों और बाहरी व्यक्तियों की संदिग्ध भूमिका सामने आई है।
पीड़ित किसान सीताराम, निवासी आजमगढ़ जनपद के शिवपुर गांव, ने बताया कि उनकी कृषि भूमि तहसील धौरहरा क्षेत्र के ग्राम गौढ़ी में स्थित है। हाल ही में ऑनलाइन खतौनी निकलवाने के दौरान उन्हें जानकारी हुई कि उनकी जमीन पर बैंक ऑफ बड़ौदा की निघासन शाखा से करीब 18 लाख 89 हजार रुपये का लोन दर्ज है, जबकि उन्होंने कभी इस प्रकार का कोई लोन आवेदन नहीं किया।
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मामले में आरोप है कि कुछ बाहरी व्यक्तियों ने फर्जी पहचान पत्र और कागजात तैयार कर बैंक रिकॉर्ड में छेड़छाड़ की और कथित रूप से कृषि लोन स्वीकृत करवाया। यह भी सामने आया है कि लोन की रकम अलग-अलग खातों में स्थानांतरित कर ली गई।
पीड़ित के अनुसार, इस पूरे मामले में कई स्थानीय लोगों की भूमिका संदेह के घेरे में है। एक आरोपी द्वारा बाद में राशि लौटाने का आश्वासन भी दिया गया, लेकिन तय समय तक भुगतान नहीं किया गया।
पीड़ित पक्ष ने इस संबंध में पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र भेजकर न्याय की गुहार लगाई थी, जिसके बाद निघासन पुलिस ने संबंधित धाराओं में आठ लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। अब तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा जा चुका है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पुलिस का कहना है कि प्रकरण की विस्तृत जांच की जा रही है और बैंक से जुड़े दस्तावेजों की भी गहनता से पड़ताल की जा रही है। जांच पूरी होने के बाद आगे की विधिक कार्रवाई की जाएगी।
निघासन की इंडियन बैंक में भी दलालों का बोलबाला
जानकारी के लिए बता दें कि निघासन की इंडियन बैंक में भी मैनेजर ने जालसाजों को सक्रिय करके रखा है। स्वयं पर कोई उंगली न उठाएं इसलिए मैनेजर जालसाजों के माध्यम से अच्छी कमाई करने में जुटे है। अगर इन जालसाजों की संपत्ति की जांच की जाए तो पूरा सच सामने निकलकर आएगा कि इतना पैसा इन जालसाजों के पास कहां से आया। वहीं कस्बे के रेस्टोरेंट के कैमरे चेक किए जाए तो उसमें साफ तौर पर देखा जा सकेगा कि इंडियन बैंक के मैनेजर जालसाजों के साथ लंच व डिनर भी करने जाते नजर आएंगे। अगर इन जालसाजों पर कोई कार्यवाही नहीं हुई तो इसी तरह गरीबों के पैसों से जालसाज अपनी व बैंक मैनेजर की जेब भरते रहेंगे।
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