लखनऊ। सीएम योगी की भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश एवं जीरो टॉलरेंस की नीति का अनुसरण करते हुए गन्ना विभाग ने भ्रष्टाचार से सम्बन्धित गंभीर प्रकरण पर त्वरित एवं कठोर कार्यवाही करते हुए ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक, रजपुरा, जिला-सम्भल ममता भारती के खिलाफ भ्रष्टाचार व वित्तीय अनियमितता पाये जाने के कारण तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया गया है। प्राथमिक जांच में पाया गया कि परिक्षेत्र मुरादाबाद के अन्तर्गत जनपद-सम्भल के ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक, रजपुरा द्वारा अपने स्वार्थ पूर्ति हेतु वित्तीय अनियमितता करने पर कड़ी कार्यवाही की गयी है।
युवक की चाकू से हत्या के बाद परिजनों ने चौराहा जाम कर किया प्रदर्शन।।
गन्ना विकास विभाग द्वारा कमल सिंह गन्ना पर्यवेक्षक, अवधेश कुमार वर्मा, गन्ना पर्यवेक्षक, भानु प्रताप सिह गन्ना पर्यवेक्षक हरगांव, जिला-सीतापुर एवं दिनेश कुमार द्विवेदी, गन्ना पर्यवेक्षक, बभनान, जिला-बस्ती के द्वारा विभागीय नियमों एवं गन्ना आपूर्ति नीति का उल्लंघन कर पेराई सत्र 2024-25 में अनियमित फर्जी समिति सदस्य, डबल सट्टा बनाये जाने, अनियमित गन्ना प्लाट स्थानान्तरण आदि में दोषी पाये जाने के दृष्टिगत विभाग ने चार गन्ना पर्यवेक्षकों को प्राथमिक जॉच आख्या के आधार पर इनके विरूद्ध अनुशासनिक कार्यवाही प्रतिस्थापित की गयी।
यह कार्यवाही प्रदेश सरकार की भ्रष्टाचार के प्रति ‘जीरो टॉलरेन्स’ की नीति को प्रतिबिंबित करती है और यह संदेश भी देती है कि किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। गन्ना आयुक्त ने उक्त दण्डात्मक कार्यवाही के साथ ही विभाग के समस्त अधिकारियों/ कार्मिकों को सचेत किया है कि यदि प्रदेश में कहीं भी भ्रष्टाचार से संबंधित कोई मामला संज्ञान में आया तो उस पर कठोरतम कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।
फर्जी ई-मेल के जरिए संवेदनशील सरकारी दस्तावेज मांगने की कोशिश, गन्ना विभाग ने जारी किया अलर्ट।।









