रिपोर्ट:- शरद मिश्रा “शरद”
लखीमपुर खीरी। निघासन तहसील क्षेत्र में शनिवार सुबह अराजक तत्वों ने तमोलिनपुरवा बांध को काट दिया, जिसके बाद तेज़ पानी के बहाव ने बांध को एक बड़े गड्ढे में तब्दील कर दिया। इस घटना ने दर्जनों गांवों के लोगों की मुश्किलें और बढ़ा दी है।
निघासन क्षेत्र के तमोलिनपुरवा बांध कटने के बाद ग्रामीणों में हाहाकार मचा हुआ है। पहले से ही बाढ़ से जूझ रहे गांवों में अब खतरा और भी बढ़ गया है। ग्रामीणों का कहना है कि अराजक तत्वों ने बांध को काटकर उनकी मुसीबतों को और गहरा कर दिया। खेतों में लगी फसलें जलमग्न हो चुकी हैं और घरों में घुसा पानी जिंदगी को बेहद कठिन बना रहा है। प्रधान प्रतिनिधि राहुल यादव ने बताया कि ग्रामीणों ने तुरंत हमें सूचना दी, हम मौके पर पहुंचे और बोरियों के सहारे बांध को दोबारा जोड़ने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे अराजक तत्वों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
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ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन को इसकी सूचना दी गई तो मौके पर तहसीलदार, नायब तहसीलदार पहुंचे और बांध को मरम्मत कराने का आश्वासन दिया लेकिन अभी तक मदद का इंतज़ार है। हालात बिगड़ते जा रहे हैं और लोग राहत व सुरक्षित ठिकाने की आस लगाए हुए हैं।
निघासन के तमोलिनपुरवा में बांध कटने के बाद बाढ़ का खतरा और गहराता जा रहा है। किसानों की फसलें बर्बाद हो रही हैं और आमजनजीवन अस्त-व्यस्त है। अब देखने वाली बात होगी कि प्रशासन किस तरह से इन बाढ़ पीड़ित ग्रामीणों की मदद करता है। उधर प्रधान प्रतिनिधि राहुल यादव का कहना है कि ग्रामीणों की कड़ी मशक्कत के बाद जिस जगह बांध कटा था वहां बोरियां लगाकर बांध को पुनः बांध दिया गया है मगर यह कितना मजबूत है यह कह पाना मुश्किल है।
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