लखनऊ। सीएम योगी आदित्यनाथ की भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश एवं जीरो टॉलरेंस की नीति का अनुसरण करते हुए गन्ना विभाग ने भ्रष्टाचार एवं गबन से सम्बन्धित गंभीर प्रकरण में अपराध शाखा द्वारा गन्ना विकास परिषद गजरौला एवं चन्दनपुर के सरकारी खातों से धनराशि का व्यपहरण प्रमाणित होने पर गन्ना आयुक्त द्वारा अभियुक्त प्रशान्त कुमार तत्कालीन लेखा लिपिक के विरूद्ध तत्काल न्यायालय में अभियोजन प्रतिस्थापित करने की अनुमति प्रदान की गयी है।
गांव में दहशत फैला चुका टाइगर पकड़ा गया, अब तेंदुए की मौजूदगी से चिंतित ग्रामीणों ने बढ़ाई सतर्कता।।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि न्यायालय में आरोपी तत्कालीन लेखा लिपिक अमरोहा के विरूद्ध धनराशि के व्यपहरण के लिए त्वरित एवं कठोर कार्यवाही कराया जाना सुनिश्चित करें, जिससे विभाग में भ्रष्टाचार, वित्तीय अनियमितता व गबन की सोच रखने वाले अन्य कार्मिकों / अधिकारियों में भय उत्पन्न हो सके।
प्रदेश सरकार की भ्रष्टाचार के प्रति ‘जीरो टॉलरेन्स’ की नीति को और अधिक सशक्त एवं मजबूती प्रदान करने के उद्देश्य के कम में उक्त दण्डात्मक कार्यवाही विभाग के समस्त अधिकारियों / कार्मिकों को आगाह करती है। गन्ना आयुक्त ने कहा कि यदि प्रदेश में कहीं भी भ्रष्टाचार / गबन में विभाग के किसी भी कार्मिक/अधिकारी की संलिप्तता संबंधित कोई मामला संज्ञान में आया तो उस पर कठोर दण्डात्मक कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।
गन्ना विभाग में कड़ी कार्रवाई, फर्जी सट्टा व अनियमित प्लाट ट्रांसफर का पर्दाफाश।।









