लखनऊ। सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश एवं प्रदेश सरकार की सौर ऊर्जा नीति के अनुपालन में ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने और ऊर्जा स्वावलंबन के दृष्टिगत गन्ना विकास विभाग एवं यू.पी.नेडा की संयुक्त कार्यशाला शनिवार को गन्ना आयुक्त सभागार में सम्पन्न हुई। इस कार्यशाला में सौर ऊर्जा उत्पादन विषय पर गहन विचार विमर्श किया गया। इस अवसर पर गन्ना आयुक्त ने निर्देश दिया कि गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग के सभी कार्यालय भवनों की छतों पर सोलर रूफटॉप प्लांट स्थापित किये जाने की आवश्यकता है। साथ ही विभाग की सभी सहकारी गन्ना समितियों, गन्ना शोध परिषद, गन्ना किसान संस्थान, चिकित्सालयों, महाविद्यालयों में वृहद स्तर पर सौर ऊर्जा प्लान्ट लगाये जाने की सम्भावनाओं पर भी गहन विचार विमर्श किया गया है।
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गन्ना आयुक्त द्वारा निर्णय लिया गया कि प्रदेश में विभाग के समस्त कार्यालयों की छतों पर अक्षांश एवं देशांतर के आकलन के आधार पर सोलर पैनल स्थापित की जायेगी। इसके लिये समस्त उप गन्ना आयुक्तों को एक सप्ताह के भीतर रूफटॉफ क्षेत्रफल का आकंलन रिर्पोट मुख्यालय को प्रेषित करने के निर्देश दिये गये। इसके साथ ही क्षेत्रीय अधिकारी गण प्रत्येक जनपदों में यू.पी.नेडा से समन्वय स्थापित कर विभागीय भवनों की छतों और खाली भूमि का सकारात्मक उपयोग करने की दिशा में सौर ऊर्जा उत्पादन प्लांट की स्थापना करायेंगे, जिससे बिजली की निर्भरता को कम की जा सकेगी। सोलर पैनल्स के उपयोग से कार्बन फुट प्रिंट में उल्लेखनीय कमी आएगी तथा पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा।
इस कार्यशाला में यू.पी. नेडा के निदेशक इन्द्रजीत सिंह द्वारा गन्ना विभाग के अधिकारियों को सोलर पैनल सिस्टम स्थापित करने की प्रश्नगत प्रक्रियाओं व शंकाओं का विस्तृत समाधान भी प्रस्तुत किया गया। सौर ऊर्जा उत्पादन कार्यशाला में यू.पी. नेडा के साथ-साथ गन्ना विकास विभाग के मुख्यालय व क्षेत्रीय अधिकारी गण भी उपस्थित रहे।
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