रिपोर्ट:- दीप शंकर मिश्र “दीप”
लखनऊ। तेजतर्रार एवं अत्यंत कर्तव्यनिष्ठ आईपीएस अधिकारी प्रवीण कुमार का नाम आते ही अपराधियों के हौसले पस्त हो जाते है। यही कारण है कि तेजतर्रार छवि के नायक 2001 बैच के आईपीएस अधिकारी प्रवीण कुमार ने जब से अयोध्या रेंज की कमान संभाली है तब इस रेंज में अमन चौन कायम हुआ है। प्रवीण कुमार की गिनती तेजतर्रार व अच्छे आईपीएस अधिकारियों में की जाती है। अयोध्या से पहले प्रवीण कुमार आईजी मेरठ के पद पर कार्यरत थे। पूर्व मे लखनऊ रेंज के डीआईजी पद का भी सफलता पूर्वक निर्वहन कर चुके है।
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अयोध्या रेंज के जनपदों की अपराध समीक्षा पर कड़ी नजर रखने वाले आईजी की लापरवाह पुलिस अधिकारियों व कर्मियों पर भी पैनी नजर है, अपने कड़क स्वभाव के साथ-साथ आईजी अयोध्या प्रवीण कुमार बहुत नेक व मिलनसार व्यक्तित्व के भी धनी अफसर है। इन्हें लिखने का भी बहुत शौख है जिसके चलते इन्होंने कई कविताओं को भी लिखा है इनकी एक कविता कोरोना काल में काफी ज्यादा वायरल हुई थी। इनके जीवन एक खास बात यह भी है कि ये आईपीएस अधिकारी बनने से पहले पीसीएस अधिकारी थे मगर इनकी मेहनत और जुनून ने बाद में इन्हें आईपीएस अधिकारी बनाया।
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आईपीएस प्रवीण कुमार लखनऊ, नोएडा, मुजफ्फरनगर जैसे जिलों में एसएसपी भी रह चुके है। इनका अपराधियों से सीधा एक ही सवाल रहता है या तो अपराध छोड़ दो या फिर कार्यवाही के लिए तैयार रहो। यही कारण है कि आईपीएस प्रवीण कुमार की तैनाती जहां भी होती है वहां जुर्म की दुनिया में हलचल मची रहती है।
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