रिपोर्ट:- दीप शंकर मिश्र “दीप”
लखनऊ। भागलपुर बिहार के निवासी सुजीत पांडेय 1994 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। इनके पिता बिहार कैडर में आईएएस ऑफिसर रह चुके हैं। सुजीत पांडेय सीबीआई में सात साल तैनात रहे हैं। इन्होंने बॉम्बे ब्लास्ट, नंदी ग्राम समेत अन्य कई बड़े बम ब्लास्ट मामलों पर काम किया है। वहीं यूपी में 12 से अधिक जिलों की कमान संभाली है। सुजीत पांडेय आईजी एसटीएफ की चार्ज भी संभाल चुके हैं।
इस योजना के अंतर्गत अब मोदी सरकार देगी हर माह पेंशन, जाने आवेदन करने की पूरी प्रक्रिया।।
लखनऊ के पहले पुलिस कमिश्नर
आईपीएस सुजीत पाण्डेय की गिनती तेजतर्रार एवं अत्यंत कर्तव्यनिष्ठ आईपीएस अधिकारियों में की जाती है। शुरू से ही अपने सराहनीय कार्यों के बलबूते इन्होंने उच्चाधिकारियों के साथ साथ सरकार का भी ध्यान अपनी और आकर्षित किया। नतीजा यह रहा है कि इन्हें पहले आईजी लखनऊ जोन की बड़ी जिम्मेदारी मिली उसके बाद इन्हें लखनऊ का पहला पुलिस कमिश्नर बनाया गया। इन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान कई बदलाव किए तो कई बड़ी आपराधिक घटनाओं का खुलासा भी किया। सुजीत पाण्डेय यूपी के एक दर्जन से अधिक जिलों में कप्तान भी रह चुके है व यूपी एसटीएफ में भी अपनी सेवाएं दे चुके है।
गन्ना किसानों के हितों को देखते हुए योगी सरकार ने दिए ये स्पष्ट निर्देश।।
एडीजी लखनऊ जोन की अहम जिम्मेदारी
योगी सरकार ने इनके द्वारा किए गए सराहनीय कार्यों को देखते हुए कानून व्यवस्था को और भी सुदृढ़ बनाए रखने के लिए आईपीएस सुजीत पाण्डेय को अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) लखनऊ जोन लखनऊ की बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। अहम जिम्मेदारी मिलने के बाद जुर्म की दुनिया में हल चल सी मची है क्योंकि सुजीत पाण्डेय जहां भी तैनात रहे इनका अपराधियों से बस एक ही सवाल रहा है या तो अपराध छोड़ दो या फिर कार्यवाही के लिए तैयार रहो। यही कारण है कि आईपीएस सुजीत पाण्डेय की तैनाती जहां की जाती है वहां अपराध की दुनिया में हलचल मच जाती है।
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