लखीमपुर लखनऊ अलीगढ वाराणसी आगरा आजमगढ़ इटावा एटा उन्नाव कनौज कानपूर कासगंज गोरखपुर गाजीपुर कुशीनगर कौशांबी गाज़ियाबाद गौतमबुद्ध नगर चंदौली चित्रकूट जालौन जौनपुर झाँसी देवरिया पीलीभीत प्रतापगढ़ प्रयागराज फतेहपुर फर्रुखाबाद फिरोजाबाद फैजाबाद बदायूँ बरेली बलरामपुर बलिया बस्ती बहराइच बाँदा बारांबकी बिजनौर बुलंदशहर भदोही मऊ मथुरा महाराजगंज महोबा मिर्ज़ापुर मुजफ्फरनगर मुरादाबाद मेरठ मैनपुरी रामपुर रायबरेली ललितपुर शाहजहांपुर श्रावस्ती संत कबीर नगर संत रविदास नगर संभल सहारनपुर सिद्धार्थनगर सीतापुर सुल्तानपुर सोनभद्र हमीरपुर हरदोई हाथरस अन्य
Latest news

विज्ञापन

सरलता के प्रतीक धर्मेंद्र का 89 वर्ष की आयु में निधन, सिनेमा जगत ने खोया अपना सबसे अनमोल हीरा।।

By: दीप मिश्रा संपादक

On: Monday, November 24, 2025 7:02 PM

Google News
Follow Us

बॉलीवुड सिनेमा। भारतीय सिनेमा के महान अभिनेता और दर्शकों के दिलों पर राज करने वाले धर्मेंद्र का निधन हो गया है। 89 वर्ष की उम्र में उन्होंने 25 नवंबर दिन सोमवार को अंतिम सांस ली। उनके जाने की खबर से हिंदी फिल्म उद्योग, उनके प्रशंसक और देशभर में शोक की गहरी लहर फैल गई है। धर्मेंद्र जिन्हें लोग वीरू के नाम से भी जानते थे उन्होंने शोले, कुंदन, सुल्तान, पुलिसवाला, तबाही, पुलिस वाला गुंडा, जागीर, ऐलान ए जंग, लोहा जैसी कई हिट फिल्मों में मुख्य किरदार निभाया। उन्होंने अपने अभिनय से लोगों के दिलों में एक अलग ही छाप छोड़ दी है।

गन्ना किसानों के विकास में योगदान देने वाले 103 पर्यवेक्षकों को मिला एसीपी, विभाग ने कहा—ये हमारी मजबूत रीढ़।

धर्मेंद्र ने अपने लंबे करियर में सैकड़ों फिल्मों में काम किया और एक्शन, रोमांस व भावनाओं को जिस सहजता से पर्दे पर उतारा, वह उन्हें अपनी पीढ़ी के सबसे लोकप्रिय कलाकारों में खड़ा करता है। उनकी सरलता, मुस्कान और दमदार संवादों ने उन्हें “ही-मैन” की पहचान दिलाई।
बॉलीवुड से जुड़े दिग्गज कलाकारों, राजनीतिक हस्तियों और करोड़ों प्रशंसकों ने सोशल मीडिया पर उन्हें श्रद्धांजलि दी है। हर कोई इस बात को दोहरा रहा है कि धर्मेंद्र का जाना सिर्फ एक अभिनेता का जाना नहीं, बल्कि एक युग का अंत है।
परिवार ने शांतिपूर्ण वातावरण में उनकी अंतिम विदाई की व्यवस्था की है। उनके बेटे और परिवार के अन्य सदस्य अंतिम संस्कार में मौजूद रहे। धर्मेंद्र की जीवन यात्रा भारतीय सिनेमा की उन यादों में दर्ज रहेगी, जिन्हें समय कभी फीका नहीं कर सकता। उनका योगदान, उनका व्यक्तित्व और उनके द्वारा रचित अनगिनत किरदार उन्हें हमेशा अमर बनाए रखेंगे।

डिजिटल इंडिया की और बड़ा कदम, गन्ना विभाग में हुआ जेम पोर्टल अनिवार्य।।

विज्ञापन

For Feedback - pratibhatimes1@gmail.com

Join WhatsApp

Join Now

Join you tube

Subscribe

Related News

Leave a Comment