राजस्थान। हम में से लगभग सभी लोगों ने आरिफ और सारस की दोस्ती के बारे में तो सुना ही होगा। यूपी के अमेठी के रहने वाले आरिफ ने घायल सारस को बचाया और उसका इलाज किया जिसके बाद सारस आरिफ के साथ ही रहने लगा। मगर कुछ दिन बाद वनविभाग की टीम सारस को लेने आरिफ के घर पहुंची और उसे अपने साथ ले गई।
महिला को हुई प्रसव पीड़ा तो बैलगाड़ी बनी एंबुलेंस, कीचड़ और दलदल में फंसा विकास।।
ठीक इसी तरह राजस्थान के जैसलमेर में 11 साल की बच्ची पूजा ने ‘मां’ की तरह एक हिरण के बच्चे को पाला। 4 महीने तक उसका पूरा ख्याल रखा। मगर सोमवार को वन विभाग की टीम जब हिरण के बच्चे को लेने आई तो पूजा ने उसे गले लगा लिया, वह बिछड़ने का दर्द सहन नहीं कर पाई। उसकी आंखों से आंसू बह निकले। लाठी क्षेत्र के सनावड़ा गांव की पूजा कंवर ने बताया- ‘वो छोटी-सी थी, डरती थी, इसलिए मैंने हिरन का नाम रखा ‘मुनकी’
अब जब वो बड़ी हो गई है, तो खुश हूं कि वो अपने घर लौट गई।
निघासन खीरी:- क्षेत्र में रही छठ पूजा की रौनक वहीं सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस रही सतर्क।।









