लखनऊ। उत्तरप्रदेश में एक बार फिर से मौसम ने करवट ले ली है। गुरुवार की रात से मौसम के बदले रुख ने जहां गर्मी से राहत दी है तो वहीं बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में किसानों के माथे की सिमटन को बढ़ा दिया है। यूपी के कई जिलों में गुरुवार की सुबह, दोपहर और रात में हुई तेज बरसात ने नदियों को उफान पर ला दिया है। जिसके चलते तराई क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। बीते कई सालों से इसी बाढ़ ने किसानों की कमर तोड़ दी है जिसके चलते किसान काफी निराश नजर आ रहे है।
लखीमपुर खीरी:- वनविभाग की कड़ी मशक्कत के बाद आखिरकार पिंजरे में कैद हुआ बाघ।।
बात करें यदि मौसम की उत्तर प्रदेश के बहराइच, शाहजहांपुर, लखीमपुर खीरी, बरेली, पीलीभीत में 1 सितंबर तक मौसम बदलता रहेगा। कई जगह जोरदार बरसात के साथ आंधी तूफान व बिजली गिरने की भी संभावना जताई जा रही है। जिसके चलते मौसम विभाग ने रेड अलर्ट भी जारी कर दिया है। वहीं बात करें यदि जनपद बस्ती, कुशीनगर, मुरादाबाद, मेरठ, बिजनौर, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, हरदोई, सीतापुर, महाराजगंज, सिद्धार्थ नगर, गोरखपुर, संत कबीर नगर, बलरामपुर, रामपुर, बदायूं, संभल, अमरोहा आदि जिलों में माध्यम बारिश की चेतावनी जारी की गई है। हालांकि खराब मौसम को देखते हुए योगी सरकार ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में प्रशासन को नजर रखने के लिए निर्देश दिए है। ऐसे में प्रशासन बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में हर संभव मदद के लिए अपनी कमर कस ली है।
गरीब परिवार के घर चला बुलडोज़र, विधायक रोमी साहनी के तेवर गरम – प्रशासन को दिए सख़्त निर्देश









