रिपोर्ट:- शरद मिश्रा “शरद”
निघासन खीरी। क्षेत्र के गांव अदलाबाद निवासी डॉ श्याम सिंह का चयन डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय, लखनऊ में सहायक प्रोफेसर के पद पर हुआ है। श्याम सिंह मध्यमवर्गीय किसान परिवार से आते हैं। उनके पिता मूलचंद्र पेशे से किसान तथा माता कोकिला देवी गृहणी हैं।
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श्याम सिंह ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता, बड़े भाई रूप सिंह यादव, घर के मुखिया पैकरमा दीन यादव और हरद्वारी लाल यादव को दिया है। उनकी प्रारंभिक शिक्षा जिला पंचायत इंटर कॉलेज, निघासन से हुई। उच्च शिक्षा में उन्होंने स्नातक लखनऊ विश्वविद्यालय, परास्नातक काशी हिंदू विश्वविद्यालय वाराणसी, एमफिल लखनऊ विश्वविद्यालय, पीएचडी महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा तथा पीडीएफ काशी हिंदू विश्वविद्यालय से की है।
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सामुदायिक विकास एवं जेरंटोलॉजिकल सोशल वर्क में विशेषज्ञता रखने वाले डॉ. श्याम सिंह के पास तीन वर्षों से अधिक का शैक्षणिक एवं क्षेत्रीय कार्य अनुभव है। उन्हें 2024 में सामाजिक सशक्तिकरण सम्मान भी मिल चुका है। उन्होंने ‘महिला सशक्तिकरण: मिथक, इतिहास और यथार्थ’ तथा ‘मानवाधिकार: समकालीन मुद्दे और चुनौतियां’ जैसी पुस्तकों का संपादन किया है। इसके अलावा वे यूजीसी केयर लिस्टेड पत्रिका धुले के अतिथि संपादक रह चुके हैं तथा स्कोपस इंडेक्स व अन्य प्रतिष्ठित राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं में लगभग 15 शोध पत्र प्रकाशित कर चुके हैं।
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