लखनऊ। पिछले काफी समय से चर्चे में रह रहे निलंबित आईएएस अधिकारी अभिषेक प्रकाश की मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रही है। दरअसल सोलर प्लांट कंपनी से रिश्वतखोरी मामले में इन्हें सीएम योगी आदित्यनाथ ने निलम्बित कर दिया था और मामले की जांच शुरू करवाई थी। उत्तरप्रदेश में सीईओ पद पर रहते हुए इनके ऊपर एक दलाल के माध्यम से सोलर प्लांट कंपनी से 400 करोड़ रुपए की रिश्वत मांगने का आरोप लगा था। जिसके चलते सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर बीते 20 मार्च को इन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया था।
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आपको बता दें कि कभी अभिषेक प्रकाश यूपी में किसी परिचय के मोहताज नहीं थे। जिसके चलते इन्हें कई महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी भी सौंपी गई यहीं नहीं इन्हें कई जिलों में बागडोर भी सौंपी जा चुकी है। ये यूपी के सबसे बड़े जनपद लखीमपुर खीरी व लखनऊ के साथ हमीरपुर व अलीगढ़ के डीएम भी रह चुके है।
यूपी के इस जिले में आज भी मौजूद है तुलसीदास जी द्वारा हस्त लिखित सुंदरकांड की प्रतिलिपि।।
अभिषेक प्रकाश जब लखनऊ के डीएम थे तब भी उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे। नियुक्ति विभाग ने राजस्व विभाग और औद्योगिक विकास विभाग से दोनों मामलों में पूरी रिपोर्ट मांगी थी जिसके आधार पर अभिषेक प्रकाश को चार्जशीट दी गई है। जिसका जवाब 15 दिन के भीतर मांगा गया है।
लखीमपुर खीरी में स्थित इस रहस्यमयी गुफा के बारे में जानकार आप भी हैरान रह जाएंगे!!









