रिपोर्ट:- शरद मिश्रा “शरद”
लखीमपुर खीरी। बीते काफी समय से क्षेत्र को बाढ़ से बचाने के लिए शासन प्रशासन पुरजोर प्रयास कर युद्ध स्तर पर काम भले ही कर रहा हो मगर परिणाम पूर्व की भांति ही देखने को मिल रहा है।
दरअसल शारदा नदी के उफान से किसानों के माथे पर चिंता की सिमटन देखी जा सकती है। किसानों ने उम्मीद लगाई थी कि इस बार बाढ़ फसलों को बर्बाद नहीं कर पाएगी क्योंकि बाढ़ से राहत हेतु सरकार ने कार्य किया है मगर आज के हालात कुछ और ही बयां कर रहे।
राम मंदिर में पहुँचा 175 किलो सोना, पर किसी को नहीं पता किसने भेजा!
रविवार को पलिया में मामूली बारिश से ही भीरा पलिया रेलवे लाइन पर कटने का खतरा मंडराने लगा है। बाढ़ खण्ड के अधिकारियों की गंभीर लापरवाही से एक बार फिर पलिया शहर के साथ अन्य बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों पर खतरा मंडराने लगा है।
शारदा नदी का पानी पलिया शहर के किनारे अतरिया रेलवे पुल के पास पहुंचा चुका है और रेलवे ट्रैक के नीचे से पानी का रिसाव भी शुरू हो गया है।
बताते चलें कि 22 करोड़ 23 लाख की लागत से शारदा नदी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की महत्वकांक्षी परियोजना शारदा नदी में चैनेलाइजेशन के काम को बाढ़ खण्ड के अधिकारियों ने शुरू किया था मगर आलम कुछ और ही बयां कर रहे है।
OnePlus का नया मॉडल लॉन्च, दमदार फीचर्स के साथ मार्केट में एंट्री।।
जिला प्रशासन ने गेंद रेलवे विभाग के पाले में डाली
रविवार को भीरा-पलिया रेलवे ट्रैक को जलभराव व पानी के रिसाव से संभावित क्षति से बचाने के लिए रेलवे विभाग द्वारा ट्रैक अनुरक्षण एवं सुरक्षा कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। यह समस्त कार्य रेलवे विभाग के अधीन है, न कि बाढ़ खंड के अधीन है वहीं, मौके पर कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। एसडीएम पलिया एवं सीओ पलिया मौके पर मौजूद हैं और स्थिति पर लगातार निगरानी रखे हुए हैं।
पूर्व में उत्पन्न जाम को प्रशासन ने समाप्त करा दिया है। वर्तमान में पलिया-भीरा सड़क मार्ग पर यातायात पूरी तरह सामान्य रूप से संचालित हो रहा है।

विधायक ने डीएम को लिखा पत्र
पलिया विधायक रोमी साहनी ने डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल को पत्र लिखते हुए अवगत कराया है कि ग्राम अतरिया के पास पिछली बार बरसात में बाढ से रेलवे लाइन कट गयी थी। जिससे सडक का कटान हो गया था और आवागमन पूरी तरीके से ठप हो गया था।
जिससे पूरे पलिया वासियों को बहुत बडी कठिनाईयों का सामना करना पडा था और पलिया क्षेत्र के लोगों के लिए बहुत बडी समस्या उत्पन्न हो जाती है। चूंकि यह रेलवे से जुडा हुआ मामला है इसलिए आप अतिशीघ्र रेलवे अधिकारियों से वार्तालाप करें और निर्देशित करें कि जो बाढ के पानी का रिसाव हुआ है उसको अतिशीघ्र रोका जाये एवं उसके निर्माण को अतिशीघ्र दुरस्त किया जाये। एवं पूर्व में जिन ठेकेदारों द्वारा रेल लाइन का कार्य कराया गया था उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाये, जिससे यह दोबारा गलती न हो, पलिया वासियों में निराशा का भाव है।









