नई दिल्ली: वैक्सीन बनाने वाली कंपनी एस्ट्राजेनेका ने ब्रिटेन की अदालत में पहली बार माना है कि कोविड-19 की उसकी वैक्सीन से टीटीएस जैसे दुर्लभ साइड इफेक्ट हो सकते हैं। टीटीएस यानी थ्रोम्बोसइटोपेनिया सिंड्रोम शरीर में खून के थक्के जमने की वजह बनती है। इससे पीड़ित व्यक्ति को स्ट्रोक, हृदयगति थमने जैसी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। महामारी के दौरान एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा विकसित कोविशील्ड का उत्पादन सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा किया गया था और देश में व्यापक रूप से इसे लोगों को दिया गया था। एस्ट्राजेनेका को ब्रिटेन में इस दावे को लेकर कई मुकदमों का सामना करना पड़ रहा है कि उसके टीके के कारण कई मामलों में मौतें हुईं और गंभीर चोटें आईं। यूके हाई कोर्ट में 51 मामलों में पीड़ित 100 मिलियन पाउंड तक के हर्जाने की मांग कर रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार एस्ट्राज़ेनेका ने सभी दावों का विरोध किया है, लेकिन फरवरी में एक अदालती दस्तावेज़ में स्वीकार किया कि कोविशील्ड बहुत ही दुर्लभ मामलों में, टीटीएस का कारण बन सकता है। टीटीएस मनुष्यों में रक्त के थक्के और कम रक्त प्लेटलेट संख्या का कारण बनता है।
सोशल मीडिया पर वायरल कोविशील्ड वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स का असली सच।।
By दीप शंकर मिश्र"दीप":- संपादक
Published on: