लखनऊ: मंगलवार को यूपी के हाथरस में एक बड़ी घटना घटित हो गई। इस घटना से उत्तरप्रदेश ही नहीं बल्कि पूरा देश हिल गया। घटना ऐसी जिसमे एक नही दो नही बल्कि सौ से भी ज्यादा लोगों की मौत हो गई। दरअसल कासगंज के सिंकदराराऊ से एटा रोड पर फुलरई गांव में साकार विश्व हरी भोले बाबा का सत्संग चल रहा था उसी दौरान अचानक भगदड़ मच गई और उसी भगदड़ में लोग एक दूसरे को रौंदते हुए भागने लगे। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार भगदड़ में अब तक 116 लोगों की मौत बताई जा रही है।
आखिर कौन है साकार विश्व हरि भोलेबाबा:
जिला कासगंज के बहादुर नगर का रहने वाले इस बाबा का असली नाम सूरज पाल है। इसके पिता किसान थे और मेहनत मजदूरी करके अपने बेटे को पढ़ाया लिखता और नौकरी दिलाई मगर बाबा को नौकरी में मजा नहीं आया और नौकरी छोड़ बाबा बनकर लोगों को ज्ञान बाटने लगा।
दरोगा की नौकरी छोड़ बन गया बाबा:
हाथरस घटना के बाद बाबा फरार है। मीडिया रिपोर्ट बताती है की यह बाबा पहले पुलिस विभाग में सिपाही के पद पर तैनात था। समय के साथ प्रमोशन पाकर दरोगा बन गया मगर बाबा को नौकरी रास नही आ रही थी फिर क्या बाबा नौकरी छोड़ कर कोट पेंट पहनते हुए मॉर्डन बाबा बन गए और लोगों को ज्ञान बाटने लगे। पहले इन्होंने पटियाली में अपना आश्रम बनाया और गरीब अनपढ़ लोगों पर फोकस करते हुए उन्हें अपना अनुयायी बनाया। धीरे धीरे प्रसिद्धि मिली और ये सूरज पाल से भोले बाबा बन गए। इन्हे लोग साकार विश्व हरि भोले बाबा के नाम से लोग जानते है। उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश व राजस्थान राज्यों में इनके अनुयायी है।