रिपोर्ट:- दीप शंकर मिश्र “दीप” ✍🏻की कलम
लखीमपुर खीरी: सूरज उदय होता है और सूरज अस्त होता है। अस्त होने के बाद सूरज फिर अपनी नई लालिमा के साथ फिर उदय होकर अपने प्रकाश की और जनमानस पशु पक्षी सभी को अपनी और फिर आकर्षित करता है। यह सूर्य देव की एक नित्य प्रक्रिया है। या कह लीजिये सूर्य अस्त होता है फिर उदय होता ऐसा नही की सूर्य अस्त हुआ फिर उदय नहीं हुआ। ये है सूर्य देव इस लिए अस्त होते है, उदय होते है, उदय होते हैं फिर अस्त होते हैं।
परन्तु चमक दमक का सूर्य जिसका अस्त हुआ?
परन्तु मानव जीवन में जिसकी चमक दमक और धमक का राजनीतिक सूर्य अस्त हुआ फिर उसके उदय होने का इंतजार ही रह जाता है। चूंकि मैं जनपद लखीमपुर खीरी का हूं इस लिए शुरआत खीरी से ही जहां पर भाजपा प्रत्याशी ग्रह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी और सपा प्रत्याशी पूर्व विधायक उत्कर्ष वर्मा को लेकर 4 जून तक भाजपा या सपा की जय और विजय को लेकर तरह तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म है।ऐसे ही चर्चाओं के बीच राजनेताओं द्वारा लखीमपुर खीरी पुलिस लाइन की सलामी भी इस समय एक बड़ी चर्चा का विषय बना हुआ है। मौजूदा खीरी के जनमानस में इस चर्चा के हीरो भाजपा प्रत्याशी अजय मिश्र टेनी को ही माना जा रहा है। सम्मानित नागरिकों का मानना है की स्व० राजा सरस्वती प्रताप सिंह हो या सहकारिता मंत्री रहे स्व० पटेल रामकुमार वर्मा हो या फिर पूर्व मंत्री माया प्रसाद या जनपद खीरी के एक बड़े राजनीतिक घराने वारिश मौजूदा कांग्रेस पार्टी स्टार प्रचारक पूर्व सांसद रविप्रकाश वर्मा ही क्यों न हो। इन बड़े नेताओ ने अपने अपने समय जब जिसका जैसा समय बलवान था लखीमपुर खीरी की पुलिस लाइन में बतौर मुख्य अतिथि सलामी जरूर ली। और इस सलामी के बाद पुलिस लाइन से सलामी लेने वाले नेता की उल्टी गिनती भी शुरू हो गई यह में नहीं कहता आज कल एक आम चर्चा का विषय बना हुआ है। पार्कों, होटलों, बसों में यहां तक सम्मानित नागरिकों में भी इस प्रकार की चर्चाओं का बाजार गर्म है ।
यह है लोगों का मानना
पूर्व होमगार्ड मंत्री रहे स्व राजा सरस्वती प्रताप सिंह द्वारा पुलिस लाइन की सलामी के बाद उनकी राजनीतिक चमक धमक का सूर्यास्त हुआ तो फिर उदय नहीं हुआ पूर्व सहकारिता मंत्री रामकुमार वर्मा द्वारा भी पुलिस लाइन में ली गई सलामी के बाद राजनीतिक कैरियर का हाल ठीक नहीं रहा। पुलिस लाइन की सलामी लेने के बाद मिलनसार मृदुभाषी पूर्व मंत्री माया प्रसाद का भी राजनीतिक कैरियर का समाप्त ही है ऐसा लोगों द्वारा माना जा रहा है। पुलिस लाइन में बतौर मुख्य अतिथि सलामी लेने के बाद पूर्व सांसद रवि प्रकाश वर्मा भी अब कांग्रेस पार्टी में अपने राजनीतिक कैरियर की तलाश कर रहे हैं सलामी लेने के बाद इनके लिए भी कुछ शुभ नहीं रहा। कुल मिलाकर आज लखीमपुर पुलिस लाइन की सलामी पर चर्चा होने का मुख्य कारण लोक सभा भाजपा प्रत्याशी अजय मिश्र टेनी है। जिन्होंने 26 जनवरी को बतौर मुख्य अतिथि लखीमपुर पुलिस लाइन में सलामी ली। यदि उनके द्वारा सलामी न ली गई होती तो लोगों में इस प्रकार की चर्चा या समाचार लिखे जाने का कोई ओचित्य नहीं बनता था। बाकी कुछ लोग इसे अंधविश्वास किंवदंती भी कहते है इस प्रकार लोग तरह तरह के बातें भी करते देखे गए है। वैसे इस प्रकार की जद्दोजहद के बीच यदि चार तारीख को भाजपा प्रत्याशी अजय मिश्र टेनी चुनाव जीत जाते तो संभव है की वह फिर 15 अगस्त 2024 को सलामी लें। परन्तु यदि नहीं तो फिर शायद ही कोई बड़े जिगर वाला लखीमपुर खीरी का कोई भी बड़ा राजनेता पुलिस लाइन में बतौर मुख्य अतिथि सलामी लेने को राजी होगा ऐसा लोगों का मानना है ।
मेरा तो सिर्फ यह मानना है की 👇
मानुष कुछ नहीं होत है समय होय बलवान
भिल्लन लूटी गोपिका वही अर्जुन वही बान।।