रिपोर्ट:- शरद मिश्रा”शरद”
लखीमपुर खीरी। वो कहते है कि “मंजिल उन्हीं को मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है, पंख से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है” इस कहावत को सच कर दिखाया है जनपद लखीमपुर खीरी की तहसील निघासन अंतर्गत गांव बैलहा के रहने वाले वीरेंद्र सिंह भदौरिया के पुत्र प्रियेंद्र सिंह भदौरिया ने, जी हां प्रियेंद्र के घर में उस वक्त खुशी का माहौल छा गया जब पता चला कि प्रियेंद्र का चयन पीसीएसजे बिहार कैडर पर हो गया है। उनकी इस सफलता पर उनके इष्ट मित्रों व आसपास के लोगों ने मुंह मीठा कर बधाई दी।
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प्रियेंद्र ने कक्षा 8 तक की पढ़ाई निघासन के कस्बे के एब्लॉन पब्लिक स्कूल से की उसके बाद वो लखीमपुर शहर चले गए जहां डॉन बास्को इंटर कॉलेज में दाखिला लिया और इंटर तक की पढ़ाई वहीं से की फिर वह दिल्ली जाकर एनएलयू से वकालत की पढ़ाई पूरी की और वहां से घर चले आए। प्रियेंद्र ने बिना कोचिंग किए घर से ही पीसीएस जे की तैयारी की और अब उनका चयन बिहार कैडर में जज के रूप में हुआ है। प्रियेंद्र के पिता वीरेंद्र सिंह भदौरिया एडवोकेट है और साथ में किसानी का कार्य भी करते है।
(प्रतिभा टाइम्स परिवार वीरेंद्र को इस सफलता के लिए बधाई देता है)
3 thoughts on “बिना कोचिंग के घर से ही तैयारी कर वीरेंद्र सिंह भदौरिया को मिली सफलता बन गए जज।”