पुलिस की पिटाई से दलित युवक की मौत के बाद हाइवे पर शव रखकर हंगामा, परिजनों ने की ये मांग।।

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लखीमपुर खीरी। फरधान इलाके में हो रही ताबड़तोड़ चोरियों व सिसावां कला में भी दो सितंबर को हुई चोरी के खुलासे को लेकर पुलिस ने यहीं के टाई लाल के 18 वर्षीय बेटे आकाश राज को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। परिजनों का आरोप है कि तीन सितंबर को सिपाही पूछताछ के लिए ले गए थे उसके साथ दो अन्य युवकों को भी पुलिस ने हिरासत में लिया था लेकिन उनको पैसा लेकर छोड़ दिया गया, तो वहीं आकाश की जमकर पिटाई की गई।

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जब आकाश की तबीयत बिगड़ गई तो पुलिस ने उसे परिजनों के हवाले कर दिया। आकाश के चाचा का आरोप है कि थाने से छोड़ते वक्त पुलिस ने उसे बाहर भेजने की बात कही थी। जब आकाश को उसके परिजन घर लेकर गए थे उसकी हालत बिगड़ती गई। जिसके बाद उसे लखीमपुर भर्ती कराया गया जब वहां कोई सुधार नहीं हुआ तो उसे लखनऊ रेफर कर दिया गया और लखनऊ ले जाते समय रास्ते में आकाश ने दम तोड दिया। जिसके बाद मृतक आकाश के परिजनों का गुस्सा फुट पड़ा और उन्होंने पुलिस पिटाई से मौत के आरोप में फरधान थाने के सामने शव रखकर जाम लगाया गया। अफसरों ने कार्रवाई का लिखित आश्वासन दिया तो वे मान गए मगर देर रात सपा नेताओं के मौके पर आने के बाद फिर से धरने पर बैठ गए। इससे हाईवे पर शाम पांच बजे से रात दस बजे के बाद भी जाम के हालात रहे। परिजन इस बात पर अड़े हैं कि पहले दोषी पुलिसकर्मियों पर मुकदमा हो, उन्हें सस्पेंड किया जाए साथ ही मुआवजा दिया जाए। इस बीच पुलिस ने जब शव कब्जे में लेना चाहा तो पुलिस से नोकझोंक भी हुई। फरधान थाने के सामने एनएच 730 पर ट्रालियां खड़ी कर रोड बंद कर दिया। इससे गोला, लखीमपुर से आने वाले वाहन फंस गए। पुलिस वाहनों का रूट डायवर्जन कर उनको निकलवा रही है। देर रात तक जाम से लोग परेशान होते रहे।

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अफसरों ने तीन सिपाहियों पर कार्रवाई की कही बात।

हंगामे के बीच लोग सिपाहियों पर सीधे आरोप लगा रहे थे। घरवाले किसी भी शर्त को मानने को तैयार नहीं थे। आखिरकार एसओ फरधान को अपनी रिपोर्ट भेजनी पड़ी, जिसमें तीन सिपाहियों पर कार्रवाई की सिफारिश की गई है। एसओ ने जब पुलिस आफिस को भेजी गई चिट्ठी दिखाई तो परिजन माने। मगर देर रात फिर से धरने पर बैठ गए।

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दीप शंकर मिश्र"दीप":- संपादक

दीप शंकर मिश्र"दीप":- संपादक

पत्रकारिता जगत में एक ऐसा नाम जो निष्पक्ष पत्रकारिता के लिए जाना जाता है।

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