अंतर्राष्ट्रीय तेंदुआ दिवस के अवसर पर गोष्ठी का आयोजन, तेंदुआ के विषय में किया गया जागरूक।

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निघासन खीरी। शुक्रवार को अंतर्राष्ट्रीय तेंदुआ दिवस के अवसर पर लुधौरी के मजरा चूरा टांडा में गोष्ठी के माध्यम से तेंदुआ के विषय में लोगों को जागरुक किया गया।
दक्षिणी वन रेंज अधिकारी गजेंद्र बहादुर सिंह ने ग्रामीणों को जानकारी देते हुये बताया कि हर वर्ष 3 मई को अंतराष्ट्रीय तेंदुआ दिवस मनाया जाता है। लोगों में इस प्रजाति के प्रति जागरुकता बढ़ाने के यह दिवस मनाया जाता है। तेंदुआ शांतिप्रिय जीव है इसे अब आबादी का सामना करना पड़ रहा है। यह रात्रिचर जीव है जिसका आकार और रंग निवास स्थान पर निर्भर करता है। यह प्रतिस्पर्धा से बचने के लिए पेड़ों पर छिपता है और यहीं अपने शिकार को भी छिपाता है। यह एशिया, उप-सहारा अफ्रीका, दक्षिणी रूस और भारतीय उपमहाद्वीप में पाया जाता है। इसे आईयूसीएन सूची में खतरे में सूचीबद्ध किया गया है। निवास स्थान के नुकसान, शिकार की कमी, लोगों के साथ संघर्ष, शिकार, त्वचा और शरीर के अंगों के लिए अवैध शिकार के कारण इनकी संख्या घट रही है। उन्होंने बताया कि जंगल से सटे गांव के लोगों को रात्रि में अकेले खेतों में नहीं जाना चाहिये। गोष्ठी में वन दरोगा राजेंद्र कुमार, लकी सिंह, वनरक्षक संघसेन, हरीश कुमार समेत मिलाप सिंह, नरेश सिंह, कुलदीप सिंह, किशोरी लाल, प्रेम सिंह आदि ग्रामीण मौजूद रहे।

दीप शंकर मिश्र"दीप":- संपादक

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