झोलाछाप डॉक्टर के गलत उपचार से हुई अधेड़ की मौत, ऐसे डॉक्टरों पर आखिर विभाग क्यों नहीं करता कार्यवाही।।

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निघासन खीरी। मझगईं थाना क्षेत्र के कस्बा बम्हनपुर में बिना रजिस्ट्रेशन के अस्पताल चला रहे एक झोलाछाप डॉक्टर के गलत उपचार से दौलतापुर के मजरा सुरजी पुरवा निवासी एक अधेड़ की मौत हो गयी।
सुरजी पुरवा निवासी कल्लूराम पुत्र नंदलाल (65) वर्ष को हर्निया की शिकायत थी जिससे उसके पेट में असहनीय दर्द हो रहा था जिसका इलाज कराने के लिए बीती 3 अप्रैल को वह अपने परिजनों के साथ बम्हनपुर कस्बे में क्लीनिक चला रहे डॉक्टर रमेश चंद्र मौर्य के वहां आया था। डॉक्टर ने अपनी जांच पड़ताल में मरीज को बताया कि तुम्हारे पेट में गांठ (बतौरी) हैं। और उसके पेट का ऑपरेशन शुरू कर दिया ऑपरेशन के दौरान मरीज की हालत गंभीर हो जाने पर डॉक्टर ने बिना टांके लगाए ही उसे जिला मुख्यालय के लिए रेफर कर दिया जहां परिजनों ने उसे एमएम हॉस्पिटल लेकर गए। जहां मरीज की गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उसे किसी बड़े हॉस्पिटल ले जाने की बात कही। परिजनों द्वारा कल्लूराम को आनन-फानन में बरेली के भोजीपुरा में स्थित श्री राममूर्ति इंस्टीट्यूट में भर्ती कराया जहां इलाज के दौरान बीते सोमवार को उसकी मौत हो गई। मृतक के परिजनों ने पुलिस को तहरीर देकर झोलाछाप डॉक्टर पर कार्यवाही की मांग की है। इस संबंध में थानाध्यक्ष पुष्पराज कुशवाहा ने बताया कि मृतक के पुत्र की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया था और आरोपी डॉक्टर को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही थीं लेकिन मृतक के परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम कराने से इंकार करते हुए किसी तरह की कार्यवाही करने से मना कर देने से डॉक्टर को भी छोड़ दिया गया है।

दीप शंकर मिश्र"दीप":- संपादक

दीप शंकर मिश्र"दीप":- संपादक

पत्रकारिता जगत में एक ऐसा नाम जो निष्पक्ष पत्रकारिता के लिए जाना जाता है।

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