रिपोर्ट:- शरद मिश्रा”शरद”
निघासन, लखीमपुर खीरी। क्षेत्र के रकेहटी में होने वाला झोलहू बाबा मेले का आगाज जोरों से होने वाला है। मेले में अनेकों प्रकार की दुकानें सजाई जाती है व मेले में अधिकांश लोग मन्नते मांगने आते है मन्नते पूरी होने पर लोग यहां चादर व ताजिया चढ़ाते है। यह मेला लगभग 200 साल से ज्यादा पुराना बताया जाता है। मेले में झूले, डांस पार्टी व खिलौनों की दुकानें आकर्षण का केंद्र बनती है और यह मेला पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था के बीच चलता है।
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बताते चले की रकेहटी के मजरा झोलहू पुरवा में ऐतिहासिक प्रसिद्ध लगभग 200 वर्ष से ज्यादा पुराना झोलहू बाबा का मेला प्रत्येक वर्ष नवम्बर या फिर दिसंबर में शुरू होता है।
मेले में लगा पीपल का पेड़ भी करीब 200 वर्ष से ज्यादा पुराना बताया जाता है उसी के नीचे झोलहू बाबा की मजार बनी हुई है। जहाँ पर श्रद्धालु माथा टेकने जाते है व ताजिया या चादर चढ़ाते है।
इस मेले में लखीमपुर व अन्य जनपदों की दुकानें सजाई जाती है जहाँ पर हजारों की संख्या में दर्शक आनंद लेते है। मेले में चाट, पकौड़ी, मिष्ठान, खिलौने, रेवड़ी, कपड़ों आदि की दुकानें सजती है। यहां की मछली व बकरे का मीट काफी ज्यादा प्रसिद्ध बताया जाता है।
इस दिन लगेगा झोलहू बाबा मेला
झोलहू बाबा पर बुधवार 27 नवम्बर को ताजिया चौक पर आएगें। 28 नवम्बर 2024 गुरूवार को मेला आरम्भ होकर 09 दिसम्बर 2024 तक रहेगा। मेले में विभिन्न कार्यक्रम जैसे-मौत का कुंआ, बड़ा झूला, ब्रिक डांस, मिक्की माउस आदि खेल तमासे होंगे। मेले में सभी दुकानदारों को मेला कमेटी से लाईट लेना अनिवार्य है। पुराने व नए दुकानदार 24 नवम्बर 2024 तक ठेकेदार से सम्पर्क करके अपनी जगह सुरक्षित कर सकते है।
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