रिपोर्ट:- दीप शंकर मिश्र”दीप”
लखनऊ। जीरो टॉलरेंस की नीति पर कार्य करने वाली योगी सरकार ने एक आईएएस व तीन पीसीएस अधिकारियों पर कार्यवाही का चाबुक चलाते हुए निलंबित कर दिया है। सीएम योगी आदित्यनाथ की इस कार्यवाही के बाद भ्रष्ट नौकरशाह में हड़कंप मचा हुआ है।
दरअसल जनपद लखीमपुर खीरी में सदर तहसील क्षेत्र के निवासी सेवानिवृत्त शिक्षक व संघ के पुराने कार्यकर्ता विशेश्वर दयाल की भूमि संबंधी समस्या को लेकर वो पिछले काफी समय से अधिकारियों के चक्कर काट रहे थे। मगर उनकी समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ बल्कि मामला और उलझता चला गया। इस मामले को लेकर एक कानूनगो पर 5000 का आरोप लगाते हुए पीड़ित सदर विधायक योगेश वर्मा के पास पहुंचा तो सदर विधायक अपनी स्कूटी पर सवार होकर कलेक्ट्रेट पहुंचे जहां उन्होंने सदर एसडीएम अश्वनी सिंह से पीड़ित से लिए गए 5000 रुपए वापस कराने व समस्या का समाधान करने की बात कही। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था। वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए योगी सरकार ने पूरे प्रकरण की जांच नियुक्ति विभाग से कराई और डीएम खीरी से इस प्रकरण की रिपोर्ट मांगी। जांच में पाया गया की वर्ष 2019 के बाद यहां कौन कौन एसडीएम, तहसीलदार व नायब तहसीलदार तैनात रहे। जिन्होंने इस प्रकरण में हिला हवाली कर टाल मटौल की है। दोषी पाए गए अधिकारियों में आईएएस घनश्याम सिंह, पीसीएस अरुण कुमार सिंह, पीसीएस विधेश सिंह व पीसीएस रेणु पर योगी सरकार ने कार्यवाही करते हुए निलंबित कर दिया है। मिली जानकारी के अनुसार इस प्रकरण में दोषी अन्य राजस्व कर्मचारियों पर भी कार्यवाही हो सकती है।