रिपोर्ट:- शरद मिश्रा
हरदोई/लखीमपुर खीरी। विकास भवन स्थित स्वर्ण जयंती सभागार में उत्तर प्रदेश विधान मण्डल की सार्वजनिक उपक्रम एवं निगम संयुक्त समिति की द्वितीय उप समिति की बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता सभापति अनूप कुमार गुप्ता ने की। उनके साथ समिति के सदस्य जितेंद्र सिंह सेंगर, राहुल राजपूत, महेन्द्र नाथ यादव, जयप्रकाश अंचल की भी गरिमामयी उपस्थिति रही। कार्यक्रम के प्रारम्भ में जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने पुष्प गुच्छ देकर अतिथियों का स्वागत किया। सभापति ने सबसे पहले समिति के कार्यों की रूपरेखा बताई। समीक्षा के दौरान उन्होंने विद्युत वितरण निगम को निर्देश दिए कि विद्युत आपूर्ति व्यवस्था में सुधार के लिए निर्धारित समय सीमा में परियोजनाओं को पूरा किया जाये। खराब ट्रांसफार्मर जल्द से जल्द बदले जाएं और आवश्यकतानुसार क्षमता में वृद्धि की जाये। रोस्टर के अनुसार जनपद के सभी क्षेत्रों में आपूर्ति सुनिश्चित की जाये। बार बार ट्रांसफार्मर फुकने वाले डार्क जोन को चिन्हित किया जाये तथा लगातार एसई की ओर से अधीनस्थो के साथ अनुश्रवण कर समस्या को दूर किया जाये। उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज के पूर्ण भवन को जल्द हैण्डओवर कराया जाये। समिति ने प्रधानाचार्य मेडिकल कॉलेज को निर्देश दिए कि मेडिकल कॉलेज में दवाओं की आपूर्ति निर्बाध रखी जाये। दवाएं यथा संभव बाहर से न लिखी जाएं। सभापति ने मुख्य विकास अधिकारी, सीएमओ व जिलाधिकारी द्वारा नामित एक सदस्य की तीन सदस्यों की एक समिति से मेडिकल कॉलेज में दवाओं की उपलब्धता की शिकायतों की जाँच कर रिपोर्ट समिति को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। स्वास्थ्य विभाग को उन्होंने निर्देश दिए कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में विशेष ध्यान रखा जाये।
बाढ़ के दौरान स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्था से समिति के सदस्य संतुष्ट दिखे। यूपीपीसीएल के कार्यों की समीक्षा करते हुए समिति ने जिलाधिकारी को दो सदस्यी अधिकारियों की टीम से शाहाबाद बस अड्डे की जाँच कराने के निर्देश दिए। अन्त में सभापति ने सभी का धन्यवाद किया। जिलाधिकारी ने समिति के सदस्यों का आभार जताया तथा साल व स्मृति चिन्ह भेंट किया। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक नीरज कुमार जादौन, मुख्य विकास अधिकारी सौम्या गुरूरानी व अन्य सम्बंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
हरदोई संडीला चिकित्सा अधीक्षक ने दिया इस्तीफा।
संडीला चिकित्सा अधीक्षक डॉ शरद वैश्य ने 7 प्वाइंट्स की एक चिट्ठी में विभाग और सीएमओ की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए अपना इस्तीफा दिया है। डॉक्टर शरद वैश्य ने लिखा कि वो लगभग 9 साल से चिकित्सा अधीक्षक पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने कहा लगभग 1 वर्ष से अधिक समय से उन्हें चिकित्सा अधीक्षक के रूप में कार्य करने में बहुत परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने इस्तीफे में लिखा कि ‘अस्पताल चलाने में सामान्य रूप से इस्तेमाल होने वाली दवाओं एवं सामग्री की आपूर्ति जिला सीएमएसडी स्टोर से डिमांड नोट के अनुसार एवं समय पर नहीं की जा रही है। इस वजह से मरीजों के सामने बहुत असहज हालात बन जाते हैं।
ओयल अस्पताल भी रडार पर जल्द करेंगे निरीक्षण।
लखीमपुर खीरी ओयल में स्थित अस्पताल पर भी भाजपा प्रदेश महामंत्री/एमएलसी अनूप गुप्ता की नजरे है। यहां की व्यवस्थाओं को पटरी पर लाने के लिए उन्होंने कई बार संबंधित को पत्र लिखे है। यहां उन्होंने सीएम योगी को भी यहां की खामियों के बारे में बताया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ओयल अस्पताल में जल्द ही एमएलसी अनूप गुप्ता निरीक्षण कर इसकी खामियों को उजागर करेंगे और व्यवस्था पटरी पर लाने के लिए भरसक प्रयास करेंगे।