रिपोर्ट:- शरद मिश्रा”शरद”
लखीमपुर खीरी। जनपद में इन दिनों हिंसक जंगली जानवरों का खौफ इतना है की लोग अपने घरों पर भी खुद को सुरक्षित नही महसूस कर रहे है। जंगली जानवरों को जंगल से ज्यादा गन्ने का खेत व गांव अब भाने लगे है। अधिकारियों की माने तो उनका कहना है की बाढ़ की वजह से जंगल में पानी भर गया जिससे जंगली जानवर आबादी की तरफ रुख कर निकल आए है। जिसके चलते हिंसक जंगली जानवरों द्वारा आए दिन घटनाएं बढ़ती जा रही है।
शनिवार शाम को दक्षिण खीरी वन रेंज व सदर कोतवाली क्षेत्र के गंगाबेहड़ गांव निवासी 11 वर्षीय बालक छोटू अपने पिता मुन्नर अली के साथ खेत पर काम करने के लिए गया था। खेत में शिकार की तलाश में घात लगाए बैठे तेंदुए ने झपट्टा मारा और एक ही पल में बच्चे को खदेड़ते हुए पेड़ पर चढ़ गया। यह पूरा मंजर एक बेबस पिता अपनी आंखों से देख रहा था और अपनी तरफ से बच्चे को बचाने के लिए हर जतन किए जा रहा था मगर उसके बावजूद भी तेंदुआ बच्चे को खदेड़ते हुए पेड़ पर चढ़ गया। बेबस पिता की चीख पुकार सुनकर आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे और किसी तरह तेंदुए को वहां से भगाया मगर तब तक बच्चे की मौत हो चुकी थी। ग्रामीणों ने इसकी सूचना वनविभाग को दी तो मौके पर पहुंची वनविभाग की टीम ने कांबिंग शुरू की मगर तेंदुए को तलाशने में नाकामयाब रही। फिलहाल वनविभाग द्वारा ग्रामीणों को आगाह करते खेतों की तरफ जाने के लिए मना किया गया है।
एक झपट्टे में तेंदुए ने बालक को उठाया और पेड़ पर चढ़ गया, बेबस पिता बेटे की मौत का मंजर देखता रहा।
By दीप शंकर मिश्र"दीप":- संपादक
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