लखनऊ। मिशन 2027 व विधानसभा उपचुनाव के मद्देनजर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने मंत्रियों को सुशासन, समन्वय व संवाद का मंत्र दिया है। बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी 17 सितंबर को प्रधानमंत्री के जन्मदिन से गांधी जयंती 2 अक्तूबर के बीच सेवा पखवाड़ा में स्वच्छता, रक्तदान, चिकित्सा शिविर होंगे। इनमें मंत्रियों से मौजूद रह कर मॉनीटरिंग करनी है। हर प्रभारी मंत्री हर माह अपने प्रभार के जिले में दौरा करेंगे। केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन के लिए तंत्र विकसित करेंगे। शासन से संबंधित मुद्दों को प्रभारी मंत्री कोर कमेटी से चर्चा करके प्रत्येक माह शासन में संबंधित विभाग व मुख्यमंत्री कार्यालय के सामने विस्तृत रिपोर्ट तैयार करके प्रस्तुत करेंगे। मंत्री दौरे की रिपोर्ट हर महीने मुख्यमंत्री कार्यालय को भेजेंगे। जिले के प्रभारी मंत्री के रूप में हर मंत्री प्रत्येक माह में कम से कम एक बार 24 घंटे के लिए अपने प्रभारी जनपद में प्रवास करेंगे।
इन विषयों पर मंत्री जिलों में करेंगे समीक्षा:
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिले की समीक्षा बैठक में जनशिकायतों को मेरिट के आधार पर निस्तारित किया जाना अपेक्षित है। कानून व सुरक्षा संबंधी विषयों, राजस्व विभाग से जुड़े हुए विषयों को जैसे वरासत, पैमाइश, नामांतरण, लैण्ड यूज सहित आईजीआरएस व सीएम हेल्पलाइन की समीक्षा कर मेरिट के आधार पर निस्तारण कराया जाए। इसकी समीक्षा की विस्तृत रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यालय और संबंधित विभाग को अनिवार्य रूप से भेजी जानी चाहिए। केन्द्र और राज्य सरकार की विकास परियोजनाओं, लोककल्याणकारी योजनाओं का स्थानीय स्तर पर प्रवास के दौरान भौतिक सत्यापन भी होना चाहिए। निराश्रित गोवंश आश्रय स्थलों, ग्राम सचिवालय, क्रय केन्द्र, फेयर प्राइस शॉप, कृषि विज्ञान केन्द्र में से किसी एक का भौतिक निरीक्षण किया जाना चाहिए।