निघासन संवाददाता: लगभग एक माह पहले निघासन विकास खंड में कार्यरत पंचायत सचिवों का तबादला किया गया था। उनकी जगह पर नए पंचायत सचिव आ भी गए हैं। लेकिन फिर भी उन्हें अब तक ग्राम पंचायतें आवंटित नहीं की गई है। इससे विकास कार्य बाधित है। पंचायत सचिवों के तबादले से खाली हुई पंचायतों में अब तक सचिवों की तैनाती नहीं हो सकी है। इससे प्रधान मुश्किल में हैं। गांवों में विकास कार्य बाधित होने से प्रधानों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। दिक्कतों का आलम यह है की पंचायत में काम करने वाले संविदा कर्मचारियों का वेतन तक नहीं लग रहा है। जिससे उनके सामने भुखमरी जैसी स्थिति हो गई है। पंचायत सचिवों की तैनाती को अब प्रधान मुखर होने लगे हैं। कुछ दबी जुबान तो कुछ खुलकर तैनाती का मुद्दा जोर शोर से उठा रहे हैं। ग्राम पंचायत रकेहटी में पंचायत सचिव न होने से गौशाला चलाने के लिए संकट उत्पन्न हो गया है तो ग्राम पंचायत मुड़ाबुजुर्ग, बरोठा, खेरहना व बौधियां कलां में पंचायत सचिव के न होने के कारण कोई भुगतान नहीं हो पा रहा है। ऐसे में ग्राम पंचायत का क्या हाल होगा अंदाजा लगाया जा सकता है। बीडीओ जयेश कुमार सिंह ने बताया सचिवों की तैनाती को लेकर पत्र उच्चाधिकारियों को भेजा जा चुका है। डीपीआरओ विशाल सिंह ने दूरभाष वार्ता पर बताया की शीघ्र ही सचिवों को ग्राम पंचायतों का आवंटन किया जाएगा।
ग्राम पंचायतों में सचिवों की तैनाती न होने से विकास कार्य बाधित।
By दीप शंकर मिश्र"दीप":- संपादक
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