खेती किसानी: पहाड़ों पर हुई जोरदार बरसात के चलते नदियों में उफान आया और यूपी के कई जिले बाढ़ की चपेट में आ गए। बाढ़ की विभीषिका झेल रहे कई ग्रामीणों को अपना घर तक गवाना पड़ा तो कई बाढ़ की आगोश में सिमटे चले गए। इस बाढ़ में सबसे ज्यादा तो नुकसान अन्नदाता का हुआ है जिसने अपने खून पसीने की मेहनत से फसलों को उगाया था मगर पलभर में बाढ़ ने सबको नष्ट कर दिया। फसलों को गवां चुके किसानों की जैसे कमर ही टूट गई हो उनके आंखो से फसलों को नष्ट होने का गम साफ तौर पर देखा जा सकता है।
बाढ़ में फसलों को गवां चुके किसानों के लिए योगी सरकार ने राज्य आपदा मोचक निधि से 120 करोड़ रुपए की राशि जारी की है। इस राशि में बाढ़ से ज्यादा प्रभावित जिलों को 5-5 करोड़ रुपए जबकि सामान्य प्रभावित जिलों को 1-1 करोड़ रुपए आवंटित किए गए है। सीएम योगी के स्पष्ट निर्देश है की किसानों की फसलों का मुआयना किया जाए व जिन किसानों की फसल नष्ट हो गई है उन्हे मुआवजा दिया जाए।
लखीमपुर खीरी, बलरामपुर, कुशीनगर, शाहजहांपुर, बाराबंकी, सीतापुर, गोंडा, बहराइच, सिद्धार्थनगर, बलिया, गोरखपुर, बरेली, आजमगढ़, हरदोई, अयोध्या, बदायूं, फर्रुखाबाद, बस्ती, देवरिया एवं उन्नाव को पांच-पांच करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।
योगी सरकार ने किसानों की फसल मुआवजे के लिए बाढ़ प्रभावित इन जिलों को आवंटित की इतनी धनराशि।
By दीप शंकर मिश्र"दीप":- संपादक
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