रिपोर्ट:- शरद मिश्रा”शरद”
लखीमपुर खीरी: वैसे तो जनपद लखीमपुर खीरी में स्थित दुधवा नेशनल पार्क टाइगर के दीदार करने के लिए विख्यात है। सीजन में पता नही कितने पर्यटक बाघों का दीदार करने के लिए यहां घूमने आते है मगर क्या आप जानते है की नेपाल बॉर्डर पर तराई में स्थित दुधवा नेशनल पार्क कई वन संपदाओं को भी सहेजे हुए है। जिसके बलबूते क्षेत्र के लोग आज भी दुधवा के जंगलों में औषधीय पौधे तलाशते है।
अभी हाल ही में दुधवा नेशनल पार्क के जंगल में “युलोफ़िया ओबटुसा” नाम के एक पौधे को पाया गया है जिसमे सुंदर सुंदर सफेद रंग के पुष्प भी खिले हुए है। इस पौधे को दुधवा में सन् 2020 में भी देखा गया था तब भी इसमें पुष्प खिले थे। उस समय के तत्कालीन दुधवा के फील्ड डायरेक्टर संजय पाठक ने इस पौधे को पाए जाने पर खुशी जाहिर करते हुए बड़ी उपलब्धि बताई थी और इसे दुधवा में संरक्षित करने की बात कही थी। उसके बाद अब फिर से इस पौधे को दुधवा नेशनल पार्क के जंगल में देखा गया है।
दुधवा नेशनल पार्क के डिप्टी डायरेक्टर रंगाराजू टी ने अपने X अकाउंट पर इस पौधे की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा है की “युलोफ़िया ओबटुसा’ मानसून सीजन में खिलता है। ये जमीनी पौधा विश्व में सिर्फ 30-40 ही बचे है। जिसमें एक दुधवा टाइगर में भी है। ‘युलोफ़िया ऑर्किड’ को हाल ही में आईयूसीएन ने विलुप्तप्राय श्रेणी की रेड लिस्ट में रखा है।
दुधवा नेशनल पार्क में मिली अत्यंत दुर्लभ प्रजाति की वनस्पति, वनविभाग के अधिकारियों ने कही ये बात।
By दीप शंकर मिश्र"दीप":- संपादक
Published on: