रिपोर्ट:- शरद मिश्रा”शरद”
लखीमपुर खीरी: खाकी ऐसा नाम जिसे देख अपराधियों की पेंट गीली हो जाती है। इसलिए हमें अपने देश की खाकी पर गर्व भी है, क्योंकि जब हम रात के अंधेरे में अपने अपने घरों में सोए हुए होते है तो यही खाकी हम सबकी रक्षा के लिए रात्रि गस्त करती है। हमें किसी भी प्रकार कोई दिक्कत होने पर हम खाकी का ही दरवाजा खटखटाते है। कुछ खाकी धारी अपने कर्तव्यों का निर्वाहन तो सच्ची लगन निष्ठा के साथ करते है तो कुछ चंद रुपयों के खातिर अपने ईमान तक को भी बेच डालते है।
एक ऐसा ही मामला जनपद लखीमपुर खीरी से भी सामने आया है जहां पढ़ुआ थाना अंतर्गत आने वाली चौकी ढखेरवा के चौकी इंचार्ज ने तो खाकी की परिभाषा ही बदल डाली। मामला यह है की कुछ दिन पूर्व गुजरात के दो व्यापारियों से सोने की नकली ईंट दिखाकर उनसे 14 लाख की ठगी की गई थी। जब इस घटना की जानकारी ढखेरवा चौकी इंचार्ज गौरव सिंह को हुई तो उन्होंने कार्यवाही के बजाय अपनी जेब पर ध्यान देना उचित समझा। उनके ऊपर आरोप लगा है की उन्होंने ठगों से मोटी रकम वसूली और इस ठगी के प्रकरण को उच्चाधिकारियों के संज्ञान में भी नही डाला। जब किसी तरह बात उछलकर सीओ निघासन प्रवीण कुमार के संज्ञान में आई तो मामला उजागर हुआ। एसपी गणेश प्रसाद साहा ने शुक्रवार को चौकी इंचार्ज गौरव सिंह को सस्पेंड कर दिया है और इस पूरे प्रकरण की जांच एडिशनल एसपी पवन गौतम को सौंपी है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पुलिस के अधिकारियों का कहना है की जल्द ही इस प्रकरण की जांच कर इस मामले में संलिप्त सभी लोगों को गिरफ्तार किया जायेगा, संदिग्ध लोगों से पूछताछ की जा रही है।
बीते वर्षों में हो चुकी है दर्जनों घटनाएं:-
तहसील निघासन क्षेत्र में ठगी की ऐसी दर्जनों घटनाएं बीते वर्षों में होती आई है। वर्ष अक्तूबर 2023 में अयोध्या के युवक को विश्वास के जाल में फंसाकर ठगों ने नकली सोने के बिस्कुट देकर 15 लाख रुपए ठग लिए थे। इस मामले में अयोध्या से आई एसओजी टीम ने निघासन क्षेत्र के गांव मिर्जागंज से आरोपियों को गिरफ्तार किया था मगर पुलिस घटनाओं पर पूर्ण रूप से अंकुश लगाने में नाकामयाब दिख रही है।
इस तरह ठगी को देते है अंजाम:-
निघासन क्षेत्र के कुछ गावों में ठगी जैसे अपराध को अंजाम देने के लिए ठग पहले व्यापारियों को अपने बताए गए स्थान पर बुलाते है और उन्हे नकली सोने की ईंट, नकली नागमणि, नकली मोरपंखी, नकली करामाती गिलास, जादुई चस्मा, नकली सोने के बिस्कुट इत्यादि चींजे दिखाते है और उनसे भारी रकम लेकर वहां से रफूचक्कर हो जाते है। ठगी का शिकार हुए ऐसे कुछ लोग तो पुलिस में शिकायत दर्ज कराते है तो कुछ मामले को दबाकर बैठ जाते है।
खाकी पर लगा था वसूली का आरोप:-
कुछ वर्ष पूर्व एक ऐसा ही मामला ढखेरवा चौकी से ही सामने आया था। तब ढखेरवा चौकी निघासन थाने के अंतर्गत आती थी। यहां पर चौकी इंचार्ज थे शंखधर भट्ट और कोतवाल थे संजय त्यागी वही सर्किल की कमान थी सविरत्न गौतम के पास। चौकी इंचार्ज ने ठगों पर कार्यवाही के बजाय उनसे वसूली की थी, पूरा प्रकरण लगभग 20 लाख ठगी का था। इस बात की भनक न कोतवाल को हुई न ही सीओ को हुई। किसी खुफिया तरीके से जब यह प्रकरण सीओ के संज्ञान में पहुंचा था तो अफरा तफरी मच गई थी। पूरे प्रकरण की जांच हुई थी आरोपियों को पकड़ा गया था और ठगी की धनराशि भी बरामद हुई थी। तत्कालीन एसपी रामलाल वर्मा ने चौकी इंचार्ज को लाइन हाजिर किया था।