बांग्लादेश हिंसा: बांग्लादेश में हिंसा के पीछे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI का : बांग्लादेश में सरकार गिराने को लेकर खुफिया विभाग की रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है। इसके पीछे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI का हाथ बताया जा रहा है।
सूत्रों के मुताबिक, खुफिया रिपोर्ट में ये बात सामने आ रही है कि बांग्लादेश की स्थिति के पीछे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का हाथ है। पाकिस्तान ने हिंसा भड़काने के लिए छात्र शिविर नामक संगठन का इस्तेमाल किया है। ये छात्र शिविर संगठन बांग्लादेश में प्रतिबंधित जमात-ए-इस्लामी का ही एक हिस्सा है। वहीं, जमात-ए-इस्लामी को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI का सपोर्ट है। पिछले दिनों ये भी खबर आई थी कि शेख हसीना ने जमात-ए-इस्लामी, स्टूडेंट यूनियन और अन्य संगठनों पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके विरोध में ही इन्होंने सरकार के खिलाफ सड़कों पर हंगामा शुरू किया।
वहीं, इस हिंसा को लेकर अमेरिका भी सवालों के घेरे में है, क्योंकि जनवरी में हुए चुनाव को अमेरिका ने खारिज कर दिया था। 14 जुलाई को अमेरिकी दूतावास ने 2 छात्रों की मौत की झूठी खबर फैलाई थी, बाद में वेबसाइट से हटा लिया गया। इस खबर ने प्रदर्शन को और उग्र बनाया। वहीं, बांग्लादेश में अमेरिका के राजदूत पीटर डी हास ने जमात के नेताओं के साथ सीक्रेट मीटिंग की थी। अमेरिका की इन सब गतिविधियों को भी इस हिंसा से जोड़कर देखा रहा है। खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक, सऊदी अरब में तारिक रहमान और आईएसआई अधिकारियों के बीच बैठकों के सबूत होने का दावा बांग्लादेश के अधिकारी कर रहे थे। सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर भी विरोध-प्रदर्शन को हवा देने के लिए 500 से ज्यादा पोस्ट शेख हसीना सरकार के खिलाफ किए गए। इनमें पाकिस्तानी हैंडल भी शामिल हैं।
बांग्लादेश में व्याप्त हिंसा के पीछे इस देश की खुफिया एजेंसी का हाथ।
By दीप शंकर मिश्र"दीप":- संपादक
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