रिपोर्ट:- शरद मिश्रा”शरद”
निघासन खीरी। थाना निघासन क्षेत्र के गांव मटेहिया निवासी लक्ष्मण पर जिंदगी कुछ इस तरह से रूठी की हर तरफ से उसे सिर्फ कष्ट ही मिला। खैर के जंगल से सटे मटेहिया गांव के बिलकुल किनारे एक टूटी हुई झुग्गी में एक हाथ से विकलांग अपनी पत्नी व छोटे छोटे बच्चों के साथ में रहने वाला लक्ष्मण बेबस होकर सिर्फ अपने बच्चों को यही दिलासा दे रहा था की अभी बाजार जाऊंगा तो वहां से मीठा व पटाखे लेकर आऊंगा।
जहां एक तरफ लोग दीपावली का त्यौहार बड़ी धूम धाम से मना रहे थे तो वही गरीब व मजबूर लक्ष्मण घर की तरफ आने वाले रास्ते को निहार रहा था की कोई उसके घर आएगा और उसकी मदद करेगा जिससे वो भी त्योहार ठीक से मना पाएगा। लक्ष्मण के गरीबी की दास्तान जब निघासन कोतवाल महेश चंद्र को पता चली तो वो तुरंत गाड़ी पर सवार होकर मीठा, चूरा, भुरकी व दीपावली का अन्य जरूरी सामान के साथ कुछ आर्थिक मदद लेकर मटेहिया गांव लक्ष्मण के घर पहुंचे। कोतवाल को देख लक्ष्मण के आंखों से आंसू गिरने लगे और वो बेबस और लाचारी से मजबूर होकर कोतवाल के पैरों पर गिरकर उन्हे दुवाएं देना लगा। कोतवाल ने उसे दिलासा दिलाते हुए कहा कि तुम्हे किसी भी चीज की जरूरत हुआ करे तो सीधे थाने पर आ जाया करो वहां हर संभव मदद की जाएगी। ठंड में बच्चों को कपड़े व राशन भी देने की बात कोतवाल महेश चंद्र ने कही। कुछ अन्य और भी जरूरतमंदों को मिठाई देकर दीपावली की शुभकामनाएं दी।
इस दौरान झंडी चौकी इंचार्ज दुर्गेश शर्मा, कांस्टेबल सुरेंद्र दुबे भी मौजूद रहे।